अर्थ : मन की वह दृढ़ता जो कोई बड़ा काम करने में प्रवृत्त करती है या जिसके कारण हम निडर होकर किसी खतरे आदि का सामना करते हैं।
उदाहरण :
साहस हो तो अकेले में आकर मिलो।
वीर सावरकर के साहस की कहानी अभी भी याद की जाती है।
पर्यायवाची : अमर्ष, अवष्टंभ, अवष्टम्भ, इमकान, कलेजा, गुरदा, गुर्दा, ज़ुर्रत, जिगर, जीवट, जुर्रत, दिलगुरदा, दिलावरी, दिलेरी, पित्ता, प्रसर, बहादुरी, मजाल, साहस, हिम्मत, हौसला
अर्थ : वह संकल्पना जो किसी शब्द, पद या वाक्य आदि से निकलता है और जिसका बोध कराने के लिए वह शब्द या पद लोक में प्रचलित होता है।
उदाहरण :
कभी-कभी सूरदास के पदों का अर्थ निकालना मुश्किल हो जाता है।
पर्यायवाची : अंतर्भाव, अन्तर्भाव, अभिप्राय, अरथ, अर्थ, आकूत, आकूति, आशय, आसय, तात्पर्य, भाव, मतलब, माने, मायने